85 वर्ष से अधिक के लोगो के लिए 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांग वालो को मिलेगी सुविधा
नई दिल्ली। चुनाव आयोग 18वीं
लोकसभा चुनाव में पहली बार 1.7 करोड़ बुजुर्ग व दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान की सुविधा दे रहा है। आयोग ने कोई मतदाता छूटने न पाए के लक्ष्य के साथ यह पहल शुरू की है।
चुनाव आयोग की टीम 85 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 40% से ज्यादा दिव्यांगता वाले मतदाताओं के घर पहुंचेगी और मतदान कराएगी। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या करीब 82 लाख और 40 फीसदी से ज्यादा दिव्यांगता वाले मतदाता 89 लाख हैं। दोनों श्रेणियों के ऐसे मतदाता महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 13,07,820 हैं।
इसके बाद उत्तर प्रदेश में 10,38,882 और बिहार में 7,45,937 ऐसे मतदाता हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखचीर सिंह संधू के साथ बैठक में शुक्रवार को कहा कि घर से मतदान की सुविधा देकर आयोग ने बुजुगों और दिव्यांगों के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया है। पहले व दूसरे चरण के लिए सुविधा शुरू कर दी गई है
13.07 LAKH महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा
यूपी में 10.38 बिहार में 7.45 साख सतदक्षता
फॉर्म 12 डी भरना जरूरी
■ घर से मतदान करने के इच्छुक मतदाताओं को अधिसूचना जारी होने के बाद 5 दिन में आयोग को इसकी सूचना देनी होगी। साथ ही फॉर्म 12डी भरकर देना होगा।
इसके बाद अधिकारी तय समय की सूचना देकर मतदान कराएंगे। फॉर्म 12 डी लेने बूथ स्तर का अधिकारी खुद पर आता है।
जम्मू-कश्मीर के प्रवासी
मतदाताओं को राहत….
जम्मू-कश्मीर के प्रवासी मतदाताओं को मतदान करने के लिए फॉर्म एम की जटिल प्रक्रिया से राहत दी गई है। प्रवासी मतदाताओं को फॉर्म एम को राजपत्रित अधिकारी से सत्यापित कराने से छूट दी गई है।
!!सभी लोग अपने मत का उपयोग करे !1